कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव अलापन बनर्जी काे डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (डीओपीटी) इंक्वायरी कमीशन ने एक मामले में नोटिस भेजा है। डीओपीटी ने उन्हें 18 अक्टूबर को हाजिर होने को कहा है। अलापन ने इस नोटिस के खिलाफ कोर्ट की शरण ली है।
दरअसल, चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल के आधिकारिक दौरे के समय वह संवैधानिक नियमों को दरकिनार कर उनके स्वागत के लिए नहीं पहुंचे थे। वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ घूम रहे। इसे लेकर 31 अगस्त को पूर्व आईएएस ऑफिसर बीपी शर्मा और भारतीय डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अमनप्रीत दुग्गल के नेतृत्व में डीओपीटी ने इंक्वायरी कमीशन का गठन किया था। कमीशन ने पहले भी अलापन बनर्जी को तलब किया था लेकिन वह हाजिर नहीं हुए थे।
इस मामले में 16 जून को ही डीओपीटी ने अलापन बनर्जी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि प्रधानमंत्री के आगमन पर उन्होंने मिसकंडक्ट और मिसबिहेव किया था। हालांकि बाद में 22 जुलाई को अलापन ने पत्र के जरिए उसका जवाब दिया था और कहा था कि मुख्यमंत्री के आदेश पर वह प्रधानमंत्री के आगमन कार्यक्रम में नहीं जा सके थे। चूंकि वह राज्य सरकार की ड्यूटी पर हैं, इसलिए राज्य का आदेश मानने के लिए बाध्य हैं। अब उन्हें दोबारा समन भेजा गया है। देखने वाली बात होगी कि इसके आगे डीओपीटी क्या कुछ कदम उठाता है।