कोलकाता : अगर ‘जयश्री राम’ के नारे पर आपत्ति है तो मुख्यमंत्री को विधानसभा में विधेयक लाकर इस पर रोक लगानी चाहिए। यह बात भाजपा के बहुचर्चित नेता दिलीप घोष ने कही। शनिवार को उन्होंने कहा कि हमारे देश में वन्दे मातरम् कहने पर कोई कानूनी रोक नहीं है। जय श्रीराम बोलना कोई समस्या नहीं है। वह गुस्से में क्यों हैं? हमारे नेताओं को देखकर वे रोज जय बांग्ला कह रहे हैं। क्या हमें गुस्सा आता है?
इसके बाद दिलीप ने आगे कहा कि अगर आपको जय श्रीराम सुनने में आपत्ति है तो विधानसभा में बिल लेकर आइए। उसे पास करवाइए और राज्य में जय श्रीराम पर प्रतिबंध लगवाइए। अंग्रेजों ने एक सर्कुलर जारी कर देश में वंदे मातरम बोलना बंद करवा दिया था। इसके पहले आपने भी कुछ लोगों को जय श्रीराम बोलने पर जेल में डाला था।
दिलीप ने दावा किया कि जब प्रधानमंत्री बोल रहे थे कि मुख्यमंत्री मुख्य सचिव से बात करने में व्यस्त थीं। उनका दावा है कि मैं मंच पर नहीं चढ़ा। मैं पीछे बैठा उनका नाटक देख रहा था। कार्यक्रम चल रहा है, पीएम बोल रहे हैं, ममता मुख्य सचिव से बातचीत कर रही हैं। बंगाल का जो भी सम्मान था, वे उसे डुबा रही हैं। जहां प्रधानमंत्री ने अपनी मां के निधन के बाद एक सरकारी कार्यक्रम में वर्चुअली शिरकत की वहां वह मंच पर भी नहीं बैठीं।