कोलकाता : पूर्वी भारत की पहली बहुप्रतीक्षित वंदे भारत एक्सप्रेस ने साल की शुरुआत के साथ ही अपना सफर हावड़ा स्टेशन से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच पूरा कर लिया है। इस बीच पहले दिन ही इसमें सफर करने वाले यात्रियों ने अव्यवस्थाओं और खाने की गुणवत्ता को लेकर कई शिकायतें की हैं।
आरोप है कि सूखी हुई रोटी और पतली दाल यात्रियों को सौंपी गई। मिठाई भी बासी थी। यहां तक की ट्रेन के कमरे के शौचालय भी साफ नहीं थे और कई शौचालय तो बंद कर दिए गए थे। इसका एक वीडियो सामने आया है जिसमें यात्री रेल कर्मियों के साथ इसे लेकर तर्क-वितर्क कर रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि रेलवे कर्मचारी ने गलती स्वीकार की है और माना है कि गलतियां हुई हैं।
पहले दिन वंदे भारत में सफर करने वाली सोदपुर की निवासी पिउली मुखर्जी ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन में उन्होंने सफर तो किया लेकिन उसमें जो खाना दिया गया वह शताब्दी एक्सप्रेस से भी खराब था जबकि किराया कई गुना ज्यादा है। दो शौचालय भी बंद कर दिए गए थे। रेलवे कर्मी ने बताया कि तकनीकी खामी है। बिस्तर के आवंटन में भी काफी देरी हुई। समय पर खाना भी नहीं मिला।
सायन चक्रवर्ती नाम के एक अन्य यात्री ने बताया कि ट्रेन के कमरे में किसी भी स्टेशन पर कोई सफाई नहीं थी। लोग जबर्दस्ती चढ़कर सेल्फी ले रहे हैं। आरपीएफ कर्मियों की कहीं कोई तैनाती नहीं। सुरक्षा की कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। मालदा में तो एक यात्री फँस गया था जिसे ट्रेन रोककर उतारना पड़ा। आखिर जब ऐसी प्रीमियम ट्रेन में सफर किया जाता है तो उसमें सुरक्षा से लेकर अन्य सुविधाएं भी सुदृढ़ होनी चाहिए लेकिन सामान्य ट्रेनों के मुकाबले इसमें कोई अंतर नहीं है। दोनों यात्रियों ने कहा कि रेलवे कर्मचारियों ने काफी कैजुअल बर्ताव किया और कोई भी बेहतर सुविधा इसमें नहीं थी।
रेलवे की सफाई
इस संबंध में पूर्व रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ट्रेन के पहले दिन के सफर में कई शिकायतें आई हैं। कई लोग चढ़कर सेल्फी ले रहे थे जिन्हें ट्रेन के बाहर टिकट चेक कर रोकने का कोई नियम नहीं था। अब आरपीएफ को स्पष्ट निर्देश दिया गया है। इसके अलावा ठंडा खाना परोसा गया है और भी कई शिकायतें हैं जिन्हें काफी गंभीरता से लिया गया है। आईआरसीटीसी को इनका तत्काल निदान करने के निर्देश दे दिए गए हैं, साफ-सफाई और अन्य शिकायतों को भी गंभीरता से लेकर उसका निपटान किया गया है। उन्होंने बताया कि आज यानी सोमवार को वंदे भारत ट्रेन के सफर के दूसरे दिन कोई शिकायत कहीं से नहीं आई है।