मोमिनपुर हिंसा की जांच करने पहुंची एनआईए ने बरामद किये लाखों रुपये

– आतंकी संगठन की संलिप्तता उजागर

कोलकाता : पिछले साल लक्ष्मी पूजा के दिन राजधानी कोलकाता के मोमिनपुर इलाके में जहां दंगे हुए थे वहां हाईकोर्ट के निर्देश पर जांच कर रही एनआईए की टीम ने तलाशी अभियान चलाकर बड़ी मात्रा में नगदी बरामद की है। खास बात यह है कि यहां छापेमारी करने पहुंची एनआईए की टीम को घेर कर स्थानीय लोगों ने हमले की भी कोशिश की लेकिन हालात को पहले से भांप चुके एनआईए अधिकारी पुलिस की निष्क्रियता को समझते हुए अपनी सुरक्षा के लिए अपने साथ अर्धसैनिक बलों के जवानों को ले गए थे। इसकी वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ। मोमिनपुर हिंसा के मूल आरोपितों में से एक सलाउद्दीन के घर से भारी मात्रा में नगदी बरामद हुए हैं।

एनआईए के एक सूत्र ने बताया है कि हिंसा से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी कर कुल 35 लाख रुपये की बरामदगी की गई है। सलाउद्दीन के परिवार को इकबालपुर थाने में ले जाया गया है। इस घटना में बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) की संलिप्तता उजागर हुई है।

यह भी पता चला है कि लक्ष्मी पूजा के दिन कोलकाता में जो दंगे हुए वह पूर्व नियोजित थे और उसकी साजिश बहुत सोच-समझकर रची गई थी। पहले से पेट्रोल बम बनाकर रखे गए थे। छतों पर ईट के टुकड़े एकत्रित कर रखे गए थे ताकि हिंदू समुदाय पर हमले किए जा सकें। इस मामले में पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।

एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि नियमानुसार जब भी एनआईए छापेमारी करने जाती है तो वहां सुरक्षा सुनिश्चित करना और लोगों की भीड़ एकत्रित नहीं होने देने की जिम्मेदारी पुलिस की रहती है लेकिन यहां किसी तरह का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है, इस मामले की कोर्ट में शिकायत की जाएगी।

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