कोलकाता : पूर्वी भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन पर गत सोमवार को हुई पथराव की घटना में नया मोड़ आ गया है। रेलवे ने दावा किया है कि पथराव बंगाल से नहीं बल्कि बिहार के इलाके से किया गया है।
पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एकलव्य चक्रवर्ती ने गुरुवार की सुबह इस संबंध में सीसीटीवी फुटेज जारी किया है। उन्होंने बताया कि वंदे भारत की रेक में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिसमें यह फुटेज कैद हुआ है। दावा है कि मालदा के कुमारगंज स्टेशन के बाद जहां पथराव किया गया वह इलाका बिहार में पड़ता है। फुटेज की मदद से चार-पांच लोग चिन्हित किए गए हैं जो हाथों में पत्थर लेकर खड़े थे और ट्रेन आने के बाद पत्थर फेंकते नजर आ रहे हैं। इन सभी की तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि घटना को लेकर राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने संयुक्त रूप से जांच की है। अब जबकि पत्थर फेंकने वालों की शिनाख्त हो गई है तो बिहार प्रशासन से संपर्क साध कर इनकी गिरफ्तारी की कोशिश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस घटना को गंभीरता से लिया गया है और यात्रियों की सुरक्षा तथा राष्ट्रीय संपत्ति सुरक्षा को लेकर रेलवे प्रतिबद्ध है ।
उल्लेखनीय है कि वंदे भारत पर पथराव को लेकर पश्चिम बंगाल में खूब राजनीति हुई। भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाए जाने के समय जय श्रीराम की नारेबाजी का बदला पत्थर फेंक कर लिया गया है। पार्टी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मिलकर इस संबंध में शिकायत भी दर्ज कराई है।