कोलकाता : पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार, कोयला और मवेशी तस्करी, बीरभूम नरसंहार सहित विभिन्न मामलों की जांच कर रही सीबीआई की भूमिका एक बार फिर सवालों के घेरे में है। जिन मामलों में सीबीआई जांच कर रहा है उनमें कहीं ना कहीं अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचारियों के साथ मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं। यहां तक कि अदालतों में जहां प्रवर्तन निदेशालय की कार्यशैली को सराहा जा रहा है लेकिन सीबीआई को फटकार लग रहे हैं। इसे लेकर आज सोमवार को केंद्रीय जांच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी समीक्षा बैठक करने वाले हैं।
केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि दोपहर 2:00 से निजाम पैलेस स्थित एजेंसी के पूर्वी क्षेत्रीय दफ्तर में यह बैठक होगी। इसमें हाईकोर्ट की ओर से शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार की जांच के लिए नियुक्त डीआईजी असीम तन्वी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि बार-बार न्यायालय में सीबीआई को लग रही फटकार और जिन मामलों की जांच में लापरवाही बरती जा रही है उन्हें लेकर दिल्ली मुख्यालय से ठोस कदम उठाने के संकेत दिए गए हैं। इसलिए समीक्षा बैठक होनी है। अब मामलों की जांच में छापेमारी और धरपकड़ तेज की जाएगी। सीबीआई की जांच के रास्ते में कई बार कानूनी पेचिदगियां होती हैं। ऐसे में इन तमाम बिंदुओं पर चर्चा कर उनके समाधान के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जायेंगे।
दरअसल पिछले कुछ दिनों में कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गांगुली, जयमाल्य बागची और कई अन्य न्यायाधीशों ने सीबीआई की जांच की गति और भूमिका को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए थे। हाईकोर्ट में मामलों की सुनवाई के दौरान सीबीआई को धीमी गति से जांच करने के लिए फटकार भी लगी थी।