कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में आखिरकार हुगली जिले के निवासी तृणमूल युवा नेता कुन्तल घोष को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। घोष को सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित केंद्रीय एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए लाया जा रहा है। ईडी के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
ईडी अधिकारियों की दो टीमें शुक्रवार की सुबह करीब 7:00 बजे चिनार पार्क स्थित कुन्तल के दो फ्लैटों की तलाशी लेने पहुंची थीं। एक फ्लैट में कुन्तल को बैठा कर रखा गया था। तलाशी में महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए। इस पर कुन्तल से पूछताछ की गई और शनिवार की सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
मूल रूप से हुगली जिले के बलागढ़ में तृणमूल युवा के बड़े नेता के तौर पर जाने जाने वाले कुन्तल के बारे में प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष मानिक भट्टाचार्य के करीबी तापस मंडल ने बताया था। तापस से सीबीआई अधिकारियों ने पूछताछ की थी। उसने पूछताछ में दावा किया था कि कुन्तल ने 325 छात्र-छात्राओं से करीब 19 करोड़ रुपये की वसूली की है ।
ईडी ने इस संबंध में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें यह जिक्र है कि 325 छात्रों से “घोष बाबू” नाम के एक नेता ने 3.25 करोड़ रुपये सीधे लिए थे। उस समय पता नहीं चला था कि घोष बाबू कौन है।अब कुन्तल की गिरफ्तारी से स्पष्ट हो गया है कि इसी तृणमूल नेता के बारे में चार्जशीट में जिक्र था।
सीबीआई ने बुधवार को कुन्तल से निजाम पैलेस में पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद बाहर निकल कर उसने कहा था- “अगर मैंने शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में एक रुपया भी लिया होता तो सीबीआई मुझे इतनी आसानी से नहीं छोड़ता।”