– पथराव में बहूबाजार थाने के ओसी देबजीत भट्टाचार्य घायल
कोलका : शनिवार को भांगड़ की झड़प महानगर तक पहुँच गई। इसे लेकर धर्मतल्ला इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। ईंट और पत्थर की बारिश से धर्मतल्ला इलाका अशांत हो गया। यहां तक की पथराव में बहूबाजार थाने के ओसी देबजीत भट्टाचार्य भी घायल हो गए। यहां
आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया।
पंचायत चुनाव से पहले तृणमूल-आईएसएफ भिड़ंत से राज्य का माहौल गरमा गया है।
दरअसल, आईएसएफ के स्थापना दिवस पर झंडा फहराने को लेकर झड़प की शुरुआत हुई, जो हिंसक रूप में तब्दील हो गई।
तृणमूल पर इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) के जुलूस पर हमला करने का आरोप लगा है। आईएसएफ ने जवाबी हमला किया। मारपीट में कई लोग घायल हो गए। तृणमूल पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई, यहां तक कि आग लगा दी। बाद में दमकल की गाड़ी पहुंची और आग पर काबू पाया। घटना शनिवार दोपहर दक्षिण 24 परगना के भांगड़ के हातीसाला इलाके की है।
पुलिस ने बताया कि किसी ने शिकायत नहीं की है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। शनिवार आईएसएफ के स्थापना दिवस के अवसर पर रानी रासमणि रोड पर जनसभा का आयोजन किया गया। तृणमूल ने आईएसएफ कार्यकर्ताओं को रैली में जाने के लिए कार में मार्च करने से रोक दिया। इलाके के तृणमूल नेता जुल्फिकार मोल्ला के नेतृत्व में आईएसएफ कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर पिटाई की गई। उन पर कथित तौर पर बम भी फेंके गए। इसके बाद आईएसएफ ने जवाबी हमला किया। उन्होंने उस क्षेत्र में जुल्फिकार मोल्ला के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की। इसके बाद एक अन्य तृणमूल नेता साबिर मोल्ला के पार्टी कार्यालय में आग लगा दी गई।
आईएसएफ ने आरोप लगाया कि तृणमूल ने पुलिस के सामने उन पर हमला किया और उन पर बमबारी भी की। तृणमूल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आईएसएफ के कार्यकर्ताओं ने पहले गाली देनी शुरू की, जब उन्होंने इसका विरोध किया तो पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई।