कोलकाता : दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में तृणमूल और आईएसएफ की झड़प को पांच दिन बीत चुके हैं। इसके बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है। घटना के बाद पुलिस लगातार इलाके में छापेमारी कर रही है। कई आईएसएफ कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि पुलिस ने सत्ता पक्ष के किसी भी कार्यकर्ता को गिरफ्तार नहीं किया, चुन चुनकर सिर्फ आईएसएफ कर्मियों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया गया है। भांगड़ के आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि वे पुलिस के डर से अपने दिन काट रहे हैं। कई तो गिरफ्तारी के डर से अपने घर भी नहीं जा रहे हैं।
उधर, गुरुवार को भांगड़, काशीपुर और कोलकाता लेदर कॉम्प्लेक्स की पुलिस भांगड़ के विभिन्न इलाकों में पेट्रोलिंग कर रही है। इलाके में स्थिति पर नजर रखी जा रही है ताकि दोबारा तनाव की स्थिति न बने। प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने और इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है।
उल्लेखनीय है कि भांगड़ के हतीशाला सिक्स लेन में पिछले शनिवार को तृणमूल और आईएसएफ कार्यकर्ताओं में झड़प हुई थी। झड़प में तृणमूल के कई कार्यकर्ता घायल हो गये थे। उस दिन कोलकाता में आईएसएफ का पार्टी प्रोग्राम था। इसके बाद से इलाके में गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है। आईएसएफ नेताओं ने आरोप लगाया कि उस दिन आईएसएफ कार्यकर्ताओं पर हमला करने वाले तृणमूल कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। आरोप है कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने रास्ते में आईएसएफ कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। विधायक नौशाद सिद्दीक़ी ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया। उन्हें भी शनिवार को कोलकाता में प्रदर्शन स्थल से गिरफ्तार किया गया था।
आईएसएफ की इस शिकायत के मद्देनजर तृणमूल नेता हकीबुल इस्लाम ने कहा कि तृणमूल इस संघर्ष से नहीं जुड़ी है। इसलिए, उनमें से किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया। हकीबुल इस्लाम ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के दिन आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर बम, बंदूक और लाठियों से हमला किया। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को धन्यवाद।