सिउड़ी : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में शातिराना तरीके से कोयला तस्करी का खुलासा हुआ है। शुक्रवार को तड़के पुलिस ने यहां छह बैलगाड़ियों से 12 टन कोयले की बरामदगी की है। पुख्ता सूचना मिलने के बाद जिला पुलिस ने रंगुनी गांव की सड़क के पास इन बैलगाड़ियों को घेर लिया था लेकिन पुलिस के आने की भनक लगते ही गाड़ी हांक रहे तस्कर फरार हो गए। पुलिस ने इन बैलगाड़ियों को जब्त कर इनके मालिकों की तलाश शुरू कर दी है।
एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि बैलगाड़ियों को भैंसे खीच रहे थे। इनके जरिए कोयले की तस्करी की पुख्ता सूचना पहले ही मिल गई थी। गणतंत्र दिवस की रात ही इनमें कोयले भरे गए थे। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर दी थी। सदाईपुर थाना के रंगूनी गांव के पास इन्हें घेर लिया गया था लेकिन गाड़ी हांक रहे गाड़ीवान फरार होने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि पुलिस से बचने के लिए तस्करों ने कभी नेशनल हाईवे का रास्ता चुना तो कभी गांव की सूनी सड़कों को इसीलिए उन्हें ट्रेस करने में थोड़ी दिक्कत हुई। जांच में पता चला है कि कोयले को दुबराजपुर से लादा गया था और सिउड़ी की ओर लाया जा रहा था।