देश-दुनिया के इतिहास में 02 फरवरी की तारीख तमाम अहम कारणों से दर्ज है। इस तारीख का हंसने-हंसाने की फिल्मों का अटूट रिश्ता है। सबको मालूम है फिल्मकार और अभिनेता चार्ली चैपलिन ने अभिनय से दुनियाभर के लोगों को हंसाया है। चार्ली चैपलिन की पहली फिल्म इसी तारीख को 1914 में रिलीज हुई थी। फिल्म का नाम ‘मेकिंग अ लिविंग’ था। इस फिल्म में चार्ली चैपलिन ने ठग की भूमिका निभाई थी।
हेनरी लेहरमन इस फिल्म के लेखक और निदेशक थे। 15 मिनट की यह फिल्म मूक थी। मतलब इसमें आवाज नहीं थी, सिर्फ एक्शन और एक्सप्रेशन था। चार्ली चैपलिन का जन्म लंदन में 16 अप्रैल, 1889 को हुआ था। उनका बचपन काफी मुश्किलों और गरीबी से भरा हुआ था। बेपरवाह और शराबी पिता के कारण इनका परिवार बुरी तरह से तबाह हो गया था। चैपलिन की गरीब मां पागलपन की शिकार हो गई थीं। इसका नतीजा यह हुआ कि चैपलिन को सात साल की उम्र में एक आश्रम में जाना पड़ा था। स्कूल से पढ़ाई छूटने के बाद चैपलिन 13 साल की उम्र में मनोरंजन की दुनिया में आए। डांस के साथ चैपलिन ने स्टेज प्ले में भी हिस्सा लेना शुरू किया।
इसके ठीक बाद चैपलिन को अमेरिकी फिल्म स्टूडियो के लिए चुना गया। यहां से चैपलिन दुनिया भर में मूक फिल्मों के बादशाह के रूप में उभरे। उनकी फुल लेन्थ फिल्म 1921 की ‘द किड’ है। उनकी मशहूर फिल्मों में अ वुमन ऑफ पेरिस, द गोल्ड रश, द सर्कस, सिटी लाइट्स, मॉर्डन टाइम्स रही हैं। आज भी इन फिल्मों को बहुत पसंद किया जाता है।
चार्ली की एक फिल्म थी- द ग्रेट डिक्टेटर। इसमें चार्ली ने एडोल्फ हिटलर का रोल निभाया था। उनके ऊपर कम्युनिस्ट होने के आरोप लगे। इसके बाद उन पर एफबीआई की जांच बैठा दी गई। अमेरिका छोड़ने के बाद चार्ली स्विट्जरलैंड जाकर बस गए। चार्ली ने चार शादियां की थीं। उनके 11 बच्चे थे। चार्ली, महात्मा गांधी से काफी प्रभावित थे।