नयी दिल्ली : उद्योगपति गौतम अडाणी ने कहा है कि उनके समूह की प्रमुख कंपनी को पूर्ण अभिदान मिलने के बावजूद अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) को वापस लेने का फैसला लिया गया है। अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की पिछले हफ्ते आई एक रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में 90 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई है। वहीं, अडाणी ग्रुप पर लगे आरोपों की जांच की मांग को लेकर संसद में प्रमुख विपक्षी दलों ने हंगामा किया।
अडाणी ने गुरुवार को निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि एफपीओ को पूर्ण अभिदान मिलने के बाद उसे वापस लेने के फैसले से कई लोगों को हैरानी हुई होगी, लेकिन शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव को देखते हुए निदेशक मंडल को लगता है कि एफपीओ को जारी रखना नैतिक रूप से सही नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिचालनों और भावी योजनाओं पर इस फैसले का कोई असर नहीं होगा।
इससे एक दिन पहले अडाणी एंटरप्राइजेज ने अपने 20 हजार करोड़ रुपये के एफपीओ को वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की थी। दरअसल हिंडनबर्ग रिसर्च की पिछले हफ्ते आई रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में 90 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है। वहीं, अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर आज शुरुआती कारोबार में 15 फीसदी तक टूटा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 19.24 फीसदी टूटकर 1,724.50 रुपये पर ट्रेंड कर रहा है। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 18.93 फीसदी लुढ़कर 1,731.15 रुपये पर कारोबार कर रहा है।