कोलकाता : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए. मणिमेखलै के दिशा-निर्देशन में देश भर में महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक योगदानों को पहचानने और उनके उद्यमों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से “Empower HER” अभियान चला रहा है।
इसके अंतर्गत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की हाटगोबिंदपुर शाखा ने स्वयं सहायता समूह महिला सदस्यों के लिए अंचल प्रमुख, कोलकाता सुधाकर राव के मार्गदर्शन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत क्षेत्र प्रमुख, क्षेत्रीय कार्यालय, दुर्गापुर भवेश प्रकाश ने की। इस अवसर पर अविनाश अग्रवाल, उप क्षेत्र प्रमुख और बैद्यनाथ मांडी, शाखा प्रमुख, हाटगोबिंदपुर शाखा और शाखा के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
इस दौरान क्षेत्र प्रमुख भवेश प्रकाश द्वारा स्वयं सहायता समूह महिला सदस्यों को आर्थिक सहायता हेतु 7 सिलाई मशीनें प्रदान की गयीं ताकि वे आर्थिक रूप से और सशक्त बन सकें। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा इस अवसर पर स्वयं सहायता समूह महिला सदस्यों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 50 लाख रुपये तक का ऋण स्वीकृत और वितरित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं सहायता समूह महिला सदस्यों को बैंक के विभिन्न ऋण- उत्पादों जैसे- यूनियन नारी शक्ति, यूनियन वुमेन प्रोफेशनल पर्सनल लोन, मुद्रा लोन, स्टैंड-अप इंडिया, यूनियन एडुकेशन लोन से अवगत कराया जो कि महिलाओं की आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा को सशक्त बनाने में सहायक है। यूनियन बैंक महिलाओं को होम लोन, नारी शक्ति योजनाओं में ब्याज दर में विशेष छूट देता है। इस प्रकार यूनियन बैंक ऑफ इंडिया देश भर में महिलाओं के उत्थान व सशक्तीकरण में बढ़-चढ़ कर भागीदारी कर रहा है।
इसके साथ ही उप क्षेत्र प्रमुख अविनाश अग्रवाल ने महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूती प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री जन सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना आदि के लाभों से भी अवगत कराया और साथ ही 10 वर्ष तक लड़कियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में बताया और अपील की कि वे इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएँ।
क्षेत्र प्रमुख ने बताया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की यह पहल भविष्य में स्वयं सहायता समूह महिला सदस्य को अपने कार्य को और विस्तारित करने और पूरे दुर्गापुर क्षेत्र में अधिक से अधिक महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में सहायता प्रदान करेगा।
हाटगोबिंदपुर शाखा के शाखा प्रबंधक बैद्यनाथ मांडी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।