कोलकाता : पश्चिम बंगाल के नवनियुक्त राज्यपाल डॉ सी वी आनंद बोस की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से निकटता को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेताओं की टिप्पणी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को नागवार गुजरी है। इसके लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को केंद्रीय नेतृत्व से फटकार मिली है। सूत्रों ने बताया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर मजूमदार को इस बात की चेतावनी दी गई है कि पार्टी के नेता नवनियुक्त राज्यपाल पर सार्वजनिक टिप्पणी करने से बचें।
दरअसल बुधवार से शुरू हुए बंगाल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्य सरकार की ओर से लिखे गए अभिभाषण को पढ़ने की वजह से राज्यपाल को भाजपा विधायकों का विरोध झेलना पड़ा था। नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने विधानसभा से वाकआउट किया था जिसे लेकर काफी सवाल खड़े हुए थे। यहां तक कि कुछ नेताओं ने राज्यपाल पर तृणमूल की भाषा बोलने का आरोप भी लगाया। केंद्रीय नेतृत्व ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजुमदार को दिल्ली तलब कर लिया और राज्यपाल के खिलाफ संयम बरतने की हिदायत दी गई।
नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि राज्यपाल का विरोध करने की वजह से बंगाल में भाजपा की छवि धूमिल हो रही है। एक के बाद एक नेता साथ छोड़ कर जा रहे हैं। ऐसे में राज्यपाल से टकराव पार्टी को मुश्किल में डालने वाला साबित हो रहा है।