कोलकाता : पश्चिम बंगाल में गैरकानूनी तरीके से नियुक्त हुए लोगों की शिक्षक की नौकरी रद्द किए जाने के हाईकोर्ट के फैसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने एक सुर में माकपा और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि राम वाम श्याम एक हो गए हैं। वे केवल राजनीति के लिए शिक्षकों की नौकरी खा रहे हैं। राज्य विधानसभा में मंगलवार को ममता ने कहा कि जब भी राज्य सरकार नौकरी देने की शुरुआत करती है तो वे कोई ना कोई कानूनी मकड़जाल बनकर नियुक्ति रोक देते हैं। छात्र-छात्राओं का भविष्य नष्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही ममता ने कहा कि कोई कितना भी कोशिश कर ले, मैं कानून का पालन करते हुए हर हाल में नौकरी दूंगी। कोई रोक नहीं सकेगा।
उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट के आदेश पर ग्रुप डी के 1911 अवैध शिक्षकों की नौकरी रद्द कर दी गई है जबकि नौवीं और दसवीं के 698 लोगों को शिक्षक के नौकरी से हटाने का आदेश कोर्ट ने दिया है। स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) ने इन लोगों की नौकरी रद्द करने की शुरुआत नहीं करते हैं। एक दिन पहले ही प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि अभी तो केवल शुरुआत हुई है। 25 लाख रुपये देकर लोगों को नौकरी दी गई है। उन सभी की नौकरी जाएगी।