कोलकाता : पश्चिम बंगाल में महंगाई भत्ते की मांग पर पिछले दो दिनों से धर्मतल्ला में धरने पर बैठे सरकारी कर्मचारियों ने मंगलवार को चेतावनी दी है। उन्होंने घोषणा की है कि अगर राज्य सरकार जल्द से जल्द महंगाई भत्ता नहीं देती है तो आसन्न पंचायत चुनाव में वे चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनेंगे। कई कर्मचारी संगठनों के संयुक्त बैनर तले आंदोलन कर रहे कर्मचारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सरकारी कर्मचारी ना तो काम करेंगे और ना ही चुनाव में भागीदारी निभाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार और चुनाव आयोग को पत्र लिखने की तैयारी हो रही है। इस बारे में लिखित में जानकारी भी दी जाएगी।
साथ ही आंदोलनरत कर्मचारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने विरोध प्रदर्शन को और तेज करेंगे। इसके पहले 27 जनवरी को सरकारी कर्मचारियों ने सांकेतिक आंदोलन किया था लेकिन राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया था जिसके बाद पांच दिनों तक अनशन भी हुआ था। उसके बाद 13 फरवरी से कर्मचारियों के बड़े वर्ग ने कार्य विराम कर दिया है और महंगाई भत्ते की मांग कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान दो कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई थी जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। बावजूद इसके इनका आंदोलन जारी है।