कोलकाता : आसनसोल में राज्य के कानून मंत्री मलय घटक के घर से थोड़ी ही दूरी पर एक होटल में घुसकर उसके मालिक को ताबड़तोड़ गोलियों से भून देने की घटना में सीआईडी ने जांच शुरू कर दी है। शनिवार की दोपहर सीआईडी की एक टीम मौके पर पहुंची। राज्य सरकार के निर्देश पर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट ने घटना की जांच से संबंधित सारे दस्तावेज सीआईडी को सौंप दिया है।
प्रारंभिक तौर पर जांचकर्ताओं का मानना है कि हत्या की वारदात में शामिल अपराधी शार्प शूटर और पेशेवर हैं। यह भी दावा किया जा रहा है कि घटना को अंजाम देने से पहले होटल और आसपास के क्षेत्रों की बारीकी से रेकी की गई ताकि थोड़ी सी भी चूक ना हो।
आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के कमिश्नर सुधीर कुमार नीलकंठम ने शनिवार को कहा कि शुक्रवार की शाम 7:30 बजे से 7:40 बजे के बीच दो लड़के हेलमेट पहनकर मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे और होटल में घुसकर उसके मालिक अरविंद भगत को गोलियों से भून दिया था। व्यवसायी को पांच गोलियां मारी गई थीं जिनमें से दो गोलियां उनके सीने में लगी थी, दो पेट में और एक सिर में। हल्का सा भी निशाना नहीं चुका था और ऐसी जगहों पर गोली मारी गई है कि मौत पक्की हो। इसी से स्पष्ट है कि हत्यारे पेशेवर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीआईडी तो जांच कर ही रहा है, साथ ही आसनसोल पुलिस कमिश्नरेट की टीम भी मदद के तौर पर समानांतर जांच कर रही है।
नीलकंठम ने कहा कि होटल मालिक की गतिविधियों के बारे में हत्यारे पहले से जानते थे। वह कब कितना बजे होटल में रहते हैं कहां जाते हैं कब आते हैं यह पूरी जानकारी थी और निश्चित तौर पर इसके लिए रेकी की गई होगी। हत्यारों को यह पता था कि अरविंद शाम को होटल में रहेंगे और कहां बैठते हैं। सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट है कि होटल में घुसने के बाद हमलावर सीधे वही वहीं जहां अरविंद बैठते थे और उन्हें गोलियों से भून दिया। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज सहित तमाम साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। हमलावरों ने हेलमेट पहन रखी था इसलिए उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। मुखबिरों की मदद ली जा रही है। उपलब्ध सबूतों को भी जांचा जा रहा है। रास्ते में ट्रैफिक पुलिस के सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला जा रहा है। पुलिस के एक सूत्र ने हमलावरों के दूसरे राज्य में फरार होने की आशंका जाहिर की है। रेलवे स्टेशन के फुटेज भी देखे जा रहे हैं।
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, 56 वर्षीय अरविंद होटल के अलावा आसनसोल में जमीन की खरीद-फरोख्त, प्रचार-प्रसार और ब्याज के धंधे में भी शामिल थे। उनका परिवार भगत सिंह मोड़ इलाके में एक चौड़ी सड़क पर चार मंजिला होटल के पीछे एक मंजिला मकान में रहता है। परिवार में पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं। क्षेत्र में प्रभावशाली माने जाने वाले अरविंद का पूर्व में बर्नपुर के एक व्यवसायी से जमीन को लेकर विवाद हो चुका था। हालांकि शुक्रवार से पहले उन पर हमले की घटना नहीं सुनी गई। इस शिल्पांचल क्षेत्र में अपराधियों का मनोबल किस कदर बुलंद है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां हमला हुआ है वहां से चंद कदम की दूरी पर राज्य के कानून मंत्री मलय घटक का घर है।
उल्लेखनीय है कि कोयलांचल शहर के रूप में जाने जाने वाले आसनसोल में इस तरह की हत्या की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। पुलिस अभी तक पूर्व वामपंथी विधायक दिलीप सरकार, वामपंथी नेता अर्पण मुखर्जी, व्यवसायी जीसस विश्वास और कानू गरई की हत्या के मामलों की गुत्थी नहीं सुलझा पाई है। सीबीआई दिलीप सरकार और अर्पण मुखर्जी की हत्या की जांच कर रहा है। नतीजतन अरविंद की हत्या के दोषियों को गिरफ्तार करना पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। नीलकंठम ने कहा, ”इस तरह की घटना आसनसोल शहर की एक महत्वपूर्ण सड़क पर हुई। निश्चित तौर पर यह हमारे लिए एक चुनौती है। हम जल्द से जल्द मामले का निस्तारण करेंगे।”