देश-दुनिया के इतिहास में 25 फरवरी की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इस तारीख का क्रिकेटर सर डॉन ब्रैडमैन से गहरा रिश्ता है। साल 1971 में 25 फरवरी को इस दुनिया को अलविदा कहने वाले ब्रैडमैन 1931 में तीन ओवर में शतक लगाकर सबको चौंका चुके थे।
उस मैच को आज भी याद किया जाता है। वो तारीख थी 02 नवंबर 1931। ब्लैकलीथ और लीथगो के बीच फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच हो रहा था। ब्लैकलीथ की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी। ओपनिंग की सर डॉन ब्रैडमैन और ऑस्कर वेंडेल बिल ने। क्रीज पर मौजूद डॉन ब्रैडमैन ने पहली ही बॉल पर छक्का जड़ दिया। उसके बाद उन्होंने महज तीन ओवर में ही शतक लगा दिया। ये वो वक्त था, जब एक ओवर में आठ बॉल फेंकी जाती थी।
ब्रैडमैन ने पहले ओवर में 33 रन, दूसरे ओवर में 40 और तीसरे ओवर में 27 रन बनाए। इन तीन ओवर में उन्होंने 10 छक्के और नौ चौके लगाए जबकि उस दौरान वेंडेल बिल सिर्फ दो रन ही बना सके थे। उस मैच में डॉन ब्रैडमैन ने कुल 256 रन बनाए। इस पारी में ब्रैडमैन ने कुल 14 छक्के और 29 चौके लगाए। वेंडेल बिल 68 रन बनाकर आउट हुए थे। मैच के बाद डॉन ब्रैडमैन ने कहा था कि ये पारी सोची-समझी नहीं थी। सबकुछ अचानक हुआ। इसे देखकर हर कोई हैरान हुआ। यहां तक कि मैं भी।
अपने पूरे क्रिकेट करियर में 234 फर्स्ट क्लास और 52 टेस्ट मैच खेलने वाले डॉन ब्रैडमैन आखिरी समय निमोनिया से पीड़ित हो गए थे। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन का जन्म 27 अगस्त 1908 को न्यू साउथ वेल्स में हुआ था। सर डॉन ब्रैडमैन ने अपना आखिरी मैच अगस्त 1948 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। उस मैच में ब्रैडमैन 0 पर आउट हो गए थे। टेस्ट क्रिकेट में ब्रैडमैन का एवरेज 99.94 का था। वह आज तक एक रिकॉर्ड ही है।