कोलकाता : पश्चिम बंगाल में एडिनो वायरस की वजह से लगातार हो रही बच्चों की मौत को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दावा किया कि इस बीमारी को लेकर चिंता का कोई कारण नहीं है। राज्य सचिवालय नवान्न में मीडिया से मुखातिब ममता ने कहा कि राज्य में पिछले एक महीने में 12 बच्चों की मौत एडिनो वायरस से होने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है। इनमें से केवल दो बच्चों की मौत वायरस के संक्रमण से हुई है। अन्य 10 बच्चों में कोमोरबिडिटी के लक्षण थे। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चे मास्क नहीं पहन सकते इसलिए दो साल तक के बच्चों का विशेष तौर पर ख्याल रखना होगा। उन्हें घरों पर ही रखना होगा। सरकारी हेल्पलाइन नंबर 1800313444222 का उल्लेख कर ममता ने कहा कि इस पर फोन कर वायरस के संक्रमण से संबंधित सारी जानकारी ली जा सकती है।
ममता ने कहा, “किसी भी बच्चे की मौत हमारे लिए दुख की बात है।हर साल मौसम बदलने पर बच्चों में वायरस का संक्रमण होता है। जिन बच्चों का वजन कम होता है उन्हें वायरल बीमारियां होने की संभावना ज्यादा होती हैं। लोग डरे हुए हैं, मौके का फायदा उठाकर कुछ लोग दुष्प्रचार कर व्यवसाय बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। सभी राज्यों में ऐसी समस्याएं हैं।”
ममता ने कहा, “घबराने की कोई बात नहीं है। राज्य सरकार ने अस्पतालों में पांच हजार बेड और 600 बाल रोग विशेषज्ञ तैयार रखे हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय बच्चों के साथ बाहर न जाना ही अच्छा है क्योंकि बच्चे मास्क नहीं पहन सकते। उन्होंने कहा, “नवजात बच्चों से लेकर दो साल तक के बच्चों के प्रभावित होने की संभावना अधिक है। जिस तरह से संक्रमण फैल रहा था, मैंने सोचा कि मैं प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दूंगी। मुझे बहुत खुशी होती अगर मैं इन 12 बच्चों को बचा पाती।”
ममता ने कहा, “यह कोई गंभीर बात नहीं है, लेकिन एक भी बच्चे को कुछ नहीं होना चाहिए। माताओं को अधिक सावधान रहने की जरूरत है। इससे घबराने की कोई बात नहीं है। नकारात्मक प्रचार किया जा रहा है इसलिए हल्की सर्दी खांसी के बाद भी लोग अस्पताल जा रहे हैं।” संवाददाता सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम भी मौजूद थे।