कोलकाता : शिक्षक नियुक्ति में भ्रष्टाचार को लेकर मचे घमासान के बीच अब नगरपालिकाओं की नियुक्तियों में हुई धांधली को लेकर राज्य सरकार सतर्क हो गई है। इसके पहले कि इसे लेकर विपक्ष हंगामा करे और केंद्रीय एजेंसियों को इसकी जांच सौंपी जाए, राज्य सरकार इसकी जांच शुरू करने की कवायद में जुट गई है। शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तृणमूल नेता शांतनु बनर्जी के करीब अयन शील के घर से नगर पालिकाओं में नियुक्ति के दस्तावेज बरामद होने के बाद राज्य सरकार ने पालिकाओं से सारे दस्तावेज मांगे हैं।
सूत्रों ने बताया है कि बुधवार की देर रात नगर निगम की ओर से नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज राज्य सचिवालय को भेजे गए हैं। शहरी विकास विभाग को ये दस्तावेज भेजे गए हैं। इसके पहले डिरेक्टर्स आफ लोकल बॉडीज (डीएलबी) को सचिवालय की ओर से इस संबंध में निर्देश दिए गए थे जिसमें नियुक्ति को लेकर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया था। वर्ष 2016 के बाद राज्य की कई नगर पालिका और नगर निगमों में नियुक्ति हुई है। इसके दस्तावेज नियुक्ति भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों के घर से मिलने के बाद सरकार भी सकते में है।
इस मामले में गिरफ्तार कुंतल घोष और शांतनु बनर्जी के संबंध उत्तर 24 परगना समेत राज्य की कई अन्य नगरपालिकाओं से रहे हैं। ईडी ऑफिस के लिए सूत्रों ने बताया है कि मुख्य सचिव ने सीधे तौर पर इस बारे में निगरानी शुरू कर दी है और जल्द ही इस संबंध में जांच शुरू हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि राज्य के नगर निगमों और नगर पालिकाओं में नियुक्ति म्युनिसिपल सर्विस कमिशन के माध्यम से होती है। अब खबर है कि सीधे जिला अधिकारियों के माध्यम से नियुक्ति होगी।