कोलकाता : कंबलकांड मामले में गिरफ्तार भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी फिलहाल प्रेसीडेंसी जेल में ही रहेंगे। भाजपा नेता को गुरुवार की रात कोलकाता के एक अस्पताल में रेफर किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, एसएसकेएम अस्पताल के आउट पेशेंट विभाग में उनकी शारीरिक जांच की गई। डॉक्टरों ने कहा कि जितेंद्र को भर्ती करने की जरूरत नहीं है। इसके बाद उन्हें प्रेसीडेंसी जेल भेज दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, वहीं से इलाज जारी रहेगा। भर्ती भ्रष्टाचार के अभियुक्त राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी भी उसी जेल में हैं।
उल्लेखनीय है कि जितेंद्र तिवारी बुधवार को आसनसोल सुधार गृह में बीमार पड़ गए। उन्हें तुरंत आसनसोल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर वहां से उन्हें गुरुवार को बर्दवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। शुरुआत में उन्हें अस्पताल के पुलिस सेल में रखा गया था। भाजपा नेता ने डॉक्टरों को बताया कि पिछले दो दिनों से उनके पेट के दाहिने हिस्से में दर्द और सांस की तकलीफ है। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक शुरुआती मेडिकल जांच के बाद जितेंद्र को तीन टीआरओपी-टी (हृदय संबंधी समस्याओं की जांच) से गुजरना पड़ा। लेकिन तीनों बार रिपोर्ट निगेटिव आई। सर्जन ने भाजपा नेता से मुलाकात की। इसके अलावा मेडिसिन के चार और कार्डियोलॉजी के दो डॉक्टरों ने उन्हें देखा। बर्दवान अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, जितेन्द्र तिवारी को कोरोनरी एंजियोग्राफी सर्जरी करानी होगी इसलिए उन्हें कैथलैब और सीटीवीएस सुविधा वाले अच्छे अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि आसनसोल में पिछले साल 14 दिसंबर को शिवचर्चा और जितेन्द्र तिवारी की पत्नी और भाजपा पार्षद चैताली तिवारी की अगुवाई में कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी उपस्थित थे। वहीं हादसा हो गया। शुभेंदु के कार्यक्रम स्थल से जाने के बाद कंबल लेने के लिए भीड़ लग गई। तीन लोगों की कुचलकर मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए। उस मामले में जितेंद्र तिवारी को आसनसोल पुलिस ने नाएडा से गिरफ्तार किया था।