कोलकाता : प्राथमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष गौतम पाल को शुक्रवार कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक बार फिर फटकार लगाई है। वर्ष 2014 की प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) को लेकर न्यायाधीश ने कहा कि मानिक भट्टाचार्य (पूर्व अध्यक्ष) ने जो किया है उसी राह पर मत चलिए। न्यायालय बार-बार निर्देश दे रहा है लेकिन उसका अनुपालन नहीं हो रहा है, यह स्वीकार्य नहीं होगा।
न्यायमूर्ति अभिजीत गांगुली ने कहा कि वर्ष 2014 के टेट पास उम्मीदवारों को अभी तक प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। इसे लेकर गौतम पाल की ओर से पहले कहा गया था कि वित्तीय संकट है जिसकी वजह से ऐसा नहीं हो पाया है। हालांकि जब शुक्रवार को उन्हें फटकार लगी तो उन्होंने कहा कि आगामी 30 अप्रैल तक न्यायालय को भी एक प्रति दी जाएगी और परीक्षार्थियों को भी। न्यायमूर्ति गांगुली ने उन्हें कहा कि मैं जो आदेश देता हूं उसे चुनौती देने के लिए रातों-रात सुप्रीम कोर्ट जाने का फंड आपके पास है। अधिवक्ताओं को 30 लाख रुपये प्रति सुनवाई देने का फंड आपके पास है जबकि प्रमाण पत्र के लिए वित्तीय संकट की दुहाई दे रहे हैं, तमाशा बना कर रखे हैं।
दरअसल वर्ष 2014 और वर्ष 2017 में टेट पास करने वाले उम्मीदवारों को अभी तक प्रमाण पत्र नहीं मिला है। नियमानुसार एक बार टेट पास कर लेने पर रिक्त पदों के मुताबिक परीक्षार्थियों को समय-समय पर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि तुरंत सभी उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र दिया जाए लेकिन प्राथमिक शिक्षा परिषद ने इसका अनुपालन नहीं किया था जिसे लेकर अध्यक्ष को कोर्ट में बुलाया गया था।