देश-दुनिया के इतिहास में 04 अप्रैल की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इतिहास में यह तारीख युद्ध की दो बड़ी घटनाओं की साक्षी है। 1858 में 04 अप्रैल को ही अंग्रेजों की सेना के खिलाफ भीषण संघर्ष के बाद झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को झांसी का किला छोड़ना पड़ा था।
अंग्रेजों से डटकर लोहा लेने वाली लक्ष्मीबाई झांसी से निकलकर कालपी पहुंचीं और वहां से ग्वालियर रवाना हुईं। दूसरे विश्च युद्ध का निर्णायक मोड़ कहा जाने वाला ‘द बैटल ऑफ कोहिमा’ 1944 में 04 अप्रैल को शुरू हुआ था, जिसने एशिया की तरफ बढ़ते जापान के कदमों को रोक दिया था।