कोलकाता : हुगली जिले के रिसड़ा में दो अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव और आगजनी के बाद तीन दिनों तक हुई हिंसा मंगलवार को थम गई। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती के बाद अब चारों तरफ शांति का माहौल है। आज कुछेक दुकानें भी खुली हैं।
दरअसल, इलाके में धारा 144 लागू होने की वजह से बाजार रविवार की रात से ही बंद थे। सोमवार की रात चार नंबर रेल गेट के पास आगजनी और नए सिरे से तोड़फोड़ के बाद हालात और बिगड़ गए थे, जिसकी वजह से मंगलवार को भी बाजार बंद रहे।
हिंसा थमने के बाद बुधवार को कुछेक दुकानें खुलीं। सड़क किनारे कुछ सब्जी विक्रेता भी सुबह से ही अपना कारोबार करते नजर आए। हालांकि थोड़ी-बहुत संख्या में लोग घरों से निकले और दुकानों पर अपने जरूरत की खरीदारी करते हुए नजर आए। हिंसाग्रस्त पूरे इलाके में अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती है और गश्त भी लगाई जा रही है। इस वजह से लोगों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
एक सब्जी विक्रेता देवनाथ ने बताया कि रविवार से ही सब्जियों का स्टॉक पड़ा हुआ था। नतीजतन, कई सब्जियां तो सड़ गईं लेकिन बुधवार सुबह से हल्की-फुल्की बिक्री शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि सारे लोग चाहते हैं कि शांति बहाल हो। कुछ असामाजिक तत्व हैं, जो चारों तरफ हिंसा फैलाते हैं। इससे स्वाभाविक जनजीवन बाधित हुआ था। इधर, बुधवार सुबह से जीटी रोड और अन्य सड़कों पर कुछ टोटो और ऑटो रिक्शा भी नजर आए। धारा-144 लगी हुई है और इंटरनेट अभी भी निलंबित है।
मौके पर तैनात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है। स्थानीय इनपुट भी लगातार लिये जा रहे हैं। एक दिन बाद ही हनुमान जयंती है, इसलिए फिलहाल पुलिस की तैनाती इस पूरे हफ्ते जारी रहने वाली है। नए सिरे से हिंसा ना भड़के, इसके लिए दोनों संप्रदायों के प्रभावी लोगों से प्रशासन लगातार संपर्क में है।