कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नजर अब राज्य के उन नौकरशाहों पर है जो भ्रष्टाचार में संलिप्त रहे हैं। इस सम्बन्ध में शिक्षा सचिव मनीष जैन का नाम तो पहले ही चार्जशीट में दिया जा चुका है। अब एक मिस्टर सामंत के बारे में पता चला है जिसने कई सरकारी अधिकारियों की शिनाख्त के दावे किए हैं। सीबीआई की ओर से कोर्ट में एक रिपोर्ट दी गई है जिसमें उस मिस्टर सामंत के बारे में बताया गया है। हालांकि वह कौन है इस बारे में फिलहाल साफ नहीं है लेकिन सूत्रों ने बताया है कि सामंत के बयान के बाद ही जांच को नई दिशा और गति मिली है। उसने उन तमाम सरकारी अधिकारियों के बारे में खुलासा किया है जिन्होंने भ्रष्टाचार कर वित्तीय लाभ लिया है। सीबीआई के अधिवक्ता डीएन पांडे ने बताया है कि जो केस डायरी गुरुवार को कोर्ट में जमा दी गई है, उसमें उन सरकारी अधिकारियों के नाम का उल्लेख किया गया है जो इस भ्रष्टाचार में शामिल रहे हैं।
अब इन अधिकारियों से पूछताछ और गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने कुंतल घोष के खिलाफ जो चार्जशीट दाखिल की है उसमें शिक्षा सचिव मनीष जैन के साथ ही पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) रहे सुकांत आचार्य का नाम दिया गया है। इन दोनों के अलावा भी कई अन्य सरकारी अधिकारी रहे हैं जो भ्रष्टाचार को अंजाम देने में बड़ी भूमिका निभाते रहे हैं। अब इन तमाम लोगों के बारे में खुलासे होने वाले हैं।