कोलकाता : कोलकाता नगर निगम की ओर से महानगर में पार्किंग फीस बढ़ोतरी को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से फटकार मिलने के बाद मेयर फिरहाद हकीम असहज हैं।
उनके करीबी सूत्रों ने बताया है कि उनके द्वारा लिए गए फैसले को पार्टी फोरम में चर्चा ना करके तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष की ओर से सोशल मीडिया पर उठाए जाने और उसी के मुताबिक फैसला लेने के लिए मजबूर किए जाने को वह सहज तरीके से नहीं ले रहे हैं। माना जा रहा है कि सार्वजनिक तौर पर उनकी बेइज्जती करके फैसला वापस लेने को मजबूर किया गया है। इसी वजह से उन्होंने अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिया है। नगर निगम में उनका पूर्व निर्धारित कार्यक्रम था और कई बैठकें होनी थीं लेकिन वह नहीं पहुंचे। कुछ समय के लिए वह 82 नंबर वार्ड में स्थित अपने इलाके में चेतला राखी संघ क्लब ग्राउंड में आयोजित दुआरे सरकार शिविर में जरूर पहुंचे। वहां उनसे पार्किंग फी बढ़ोतरी और उस पर उपजे विवाद को लेकर सवाल पूछा गया लेकिन वह उसे पूरी तरह से टाल गए और ऐसा जताना चाह जैसे वह सुन ही नहीं रहे हैं। उन्होंने इशारे-इशारे में स्पष्ट कर दिया कि पार्किंग फी बढ़ोतरी को लेकर किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं देंगे। उनके करीबी सूत्रों ने बताया है कि इस विवाद को लेकर वह आगे नहीं बढ़ना चाहते इसलिए इस पर कोई सवाल-जवाब नहीं चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि कोलकाता में वाहनों की पार्किंग फी एक अप्रैल से दोगुनी कर दी गई थी। बस और ट्रकों की तो पार्किंग फी 10 गुनी बढ़ा दी गई थी। सोशल मीडिया पर लोग लगातार इसकी निंदा कर रहे थे और इसे तानाशाही भरा फैसला बता रहे थे जिसे लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फटकार लगाई थी और तत्काल फैसले को वापस लेने को कहा था। शुक्रवार को यह जानकारी पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने दी थी जिसके बाद देर शाम नगर निगम ने अपने उस निर्देश को वापस ले लिया जिसमें पार्किंग की बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी।