कोलकाता : बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के खिलाफ कोलकाता समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। सोमवार को बंगाल के कई इलाकों में हिन्दुवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया। इसी बीच राज्य सरकार ने सीमावर्ती जिलों में प्रशासन को सतर्क किया है।
सोमवार को भी कोलकाता में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं और इस्कॉन के समर्थकों ने सॉल्टलेक में करुणामई मोड़ पर प्रदर्शन किया। पुलिस की कड़ी सुरक्षा में एक तय सीमा के अंदर विरोध प्रदर्शन की इजाजत दी गई। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने किसी पार्टी का झंडा, बैनर, पोस्टर नहीं लिया था। प्रदर्शनकारी दुर्गा पंडालों और इस्कॉन मंदिर में हमले का विरोध करते हुए आरोपितों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने योजनाबद्ध तरीके से हमले किए हैं। वहां से अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को डराकर भगाने की साजिश रची जा रही है। प्रशासन को ठोस कार्रवाई करनी होगी। विरोध प्रदर्शन करने वालों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और ठोस रुख अख्तियार करने की भी अपील की है।
इसके अलावा उत्तर बंगाल के सबसे बड़े शहर सिलीगुड़ी में भी विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और विभिन्न हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। शहर के विनस मोड़ से एक रैली के माध्यम से एसडीओ कार्यालय के सामने जमकर प्रदर्शन किया। साथ ही एसडीओ को एक ज्ञापन भी सौंपा। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल लोगों ने दुर्गा प्रतिमा में तोड़फोड़, साधु संतों पर हमले कि घटना को लेकर बांग्लादेश सरकार की निंदा की।
कूचबिहार में भी जेनकिंस स्कूल मोड़ से भी विश्व हिंदू परिषद और इस्कॉन समर्थकों नेे संयुक्त रूप से एक रैली निकालकर अपना विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों में शामिल सुमन कर्मकार ने बताया कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं पर हमले हुए हैं, वह निंदनीय है। इस निंदनीय घटना के विरोध में कूचबिहार की सड़कों पर हम सब उतरे हैं। हम चाहते है कि बांग्लादेश सरकार दोषियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द से सजा दे।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश के नोआखाली इलाके में इस्कॉन मंदिर पर हमला कर तोड़फोड़, मूर्ति जलाने के साथ कई लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। कट्टरपंथियों ने स्थानीय इस्कॉन मंदिर में हमला कर पार्थ दास नाम के एक श्रद्धालु को मौत के घाट उतार दिया था।
राज्य सरकार ने सीमीवर्ती जिलों के प्रशासन को किया सतर्क
बंगाल में लोगों का आक्रोश बढ़ता देखकर पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के सीमावर्ती जिलों में प्रशासन को विशेष तौर पर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। बंगाल सरकार ने सभी जिलाें, खासकर सीमावर्ती बांग्लादेश से लगे जिलों के प्रशासन से सोशल मीडिया के दुरुपयोग और पड़ोसी देश में दुर्गा पूजा के दौरान हुए हमलों से संबंधित फर्जी खबरों के प्रसार के खिलाफ सतर्क रहने और रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया शाखा) ने भी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बांग्लादेश की घटनाओं के बाद सोशल मीडिया पर संबंधित पोस्ट की बाढ़ आ गई है। उन्होंने सोशलमीडिया पर कड़ी नजर रखने के साथ लोगों को जागरूक करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए है। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी राज्य सरकार को सतर्क किया था।