कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तृणमूल से निष्कासित नेता कुंतल घोष को गुरुवार एक बार फिर बैंकशाल कोर्ट में मौजूद विशेष सीबीआई न्यायालय में पेश किया गया। यहां अमूमन मीडिया से बात करने वाले कुंतल आज बिल्कुल खामोश रहे। उनसे कई सवाल पूछे गए लेकिन वह चुपचाप कोर्ट के अंदर चले गए। कुछ दिनों पहले कुंतल ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय एजेंसियां उन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी का नाम शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में लेने के लिए दबाव बना रही हैं लेकिन इस मामले में कोर्ट ने अभिषेक और कुंतल दोनों से पूछताछ का आदेश दिया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी लेकिन गुरुवार को सुनवाई के दौरान एक बार फिर यह मामला उठा।
ईडी के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि कुछ दिनों पहले कुंतल ने हमारे ऊपर गंभीर आरोप लगाए थे। इसमें राजनीतिक बातें भी की गई थीं लेकिन मैं साफ कहना चाहता हूं कि ईडी केवल भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार करती है। राजनीति से हमारा कोई लेना देना नहीं। हम कोई रंग नहीं देखते।
ईडी ने कुंतल को एक बार फिर 14 जून तक अपनी हिरासत में रखने के लिए अर्जी लगाई है। केंद्रीय एजेंसी ने यह भी कहा है कि कोर्ट का समय बचाने के लिए जरूरी है कि पार्थ के साथ ही ईडी की तारीख जोड़ दी जाए ताकि दोनों को एक साथ पेश किया जाए। उधर कुंतल की ओर से जमानत की कोई याचिका नहीं लगाई गई थी।