कोलकाता : महानगर कोलकाता की सड़कों पर चलने वाली प्राइवेट बसों का किराया बढ़ोतरी को लेकर एक बार फिर टकराव के आसार हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया है कि प्राइवेट बसों का किराया नहीं बढ़ाया जाएगा। 2018 में जो किराया तय है, वही लेना होगा। इसके साथ ही बसों में किराया सूची टांगनी होगी। ऐसा नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती के साथ बस मालिकों के संगठनों की बैठक शुक्रवार को हुई। इसी में यह साफ कर दिया गया है। इधर बस मालिकों के संगठन ने भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर बड़े बसों का किराया 50.78 फ़ीसदी और मिनी बसों का किराया 44 फ़ीसदी नहीं बढ़ाया गया तो आगामी तीन हफ्ते के भीतर सड़कों पर बसों का चलना बंद कर दिया जाएगा।
मालिकों ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी। 2018 के बाद कोरोना और उसके बाद डीजल, पेट्रोल, मोबिल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में पुराने किराए में बस चलाना संभव नहीं है।