कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर सभी श्रमिकों का आभार व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि तृणमूल के “नव जोआर” के माध्यम से उनका उद्देश्य जीवन के सभी वर्गों के लोगों का कल्याण सुनिश्चित करना है।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले दो महीने तक चलने वाली अपनी राज्यव्यापी जनसंपर्क यात्रा का नाम अभिषेक बनर्जी ने ‘जन जोआर’ दिया है। गत 25 अप्रैल से शुरू हुई इस यात्रा के सिलसिले में वह हर रोज कहीं ना कहीं जनसभा कर रहे हैं। बंगाल में 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना “मनरेगा” का फंड केंद्र की ओर से भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद रोके जाने को लेकर उन्होंने एक बार फिर हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल के लाखों मजदूरों के मेहनताना के तौर पर करोड़ों रुपये रोककर केंद्र सरकार बहरी बनकर बैठी हुई है।
उन्होंने कहा, “देश में लोग रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड का जश्न मना रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम नरेन्द्र मोदी को कम से कम पांच बार मनरेगा का फंड जारी करने के लिए सूचित किया है। दो बार, वह व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलीं। मनरेगा फंड हमारा संवैधानिक अधिकार है और हम अपने अधिकार के लिए लड़ेंगे।
बनर्जी ने कहा, “एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल्याणकारी योजनाओं को लेकर लोगों तक पहुंच रही हैं, दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगाल चुनाव हारने के बाद श्रमिकों और किसानों के बकाया भुगतान को रोक दिया है। तृणमूल कांग्रेस श्रमिकों और किसानों के हितों के लिए लड़ती है। हम लोगों की पंचायत स्थापित करना चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि तृणमूल का ‘नव जोआर’ स्वार्थ से ऊपर उठकर लोगों के हितों में काम करने के लिए है।विभाजनकारी राजनीति में शामिल होने के बजाय, तृणमूल का नव जोआर सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने और लोगों के दरवाजे पर कल्याणकारी लाभ पहुंचाने के लिए कूचबिहार से काकद्वीप तक बंगाल को एकजुट करने के उद्देश्य से चल रहा है।