कोलकाता : शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के सिलसिले में गिरफ्तार हुगली जिले के निष्कासित तृणमूल युवा नेता शांतनु बनर्जी को बुधवार एक बार फिर बैंकशाल कोर्ट में मौजूद विशेष सीबीआई जज के समक्ष पेश किया गया। यहां ईडी ने दावा किया है कि पूछताछ और सामने आए दस्तावेजों से स्पष्ट हो गया है कि शांतनु ने शिक्षक नियुक्ति के लिए 26 लोगों से 1.40 करोड़ रुपये की वसूली की है। इसके अलावा ईडी ने कोर्ट में यह भी बताया है कि शांतनु के पास से 300 उम्मीदवारों की सूची मिली है। मूल रूप से प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में अवैध नियुक्ति के लिए रुपये की वसूली की गई है। केंद्रीय एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि लोटस कंस्ट्रक्शन नाम की एक संस्था को शांतनु ने तृणमूल में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सरकारी टेंडर दिलवाया था। उसके बाद इस कंपनी के अकाउंट का इस्तेमाल करोड़ों रुपये के लेनदेन के लिए किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए उसने काफी शातिराना तरीके से योजना बनाई थी। उसने एक करंट अकाउंट खोला था जिसके चेक बुक पर नियमित मजदूरी करने वालों के नाम सैलरी का अकाउंट डाला था और उन मजदूरों से हस्ताक्षर करवाने के बाद उन चेक को अपने पास ही रख लिया था। इसके बाद ईडी ने एक बार फिर शांतनु को हिरासत में भेजने की अर्जी लगाई है।