कोलकाता : पूर्व मेदिनीपुर के एगरा में जहां अवैध पटाखा कारखाने में विस्फोट से कम से कम 9 लोगों की मौत हुई है और चार लोग घायल हुए, वहां घटनास्थल पर पहुंचे पुलिसकर्मियों से ग्रामीणों ने मारपीट की है। ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय थाने की देखरेख में ही अवैध कारखाने चल रहे हैं।
मंगलवार की दोपहर घटना के बाद एगरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची थी, जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों की भीड़ ने एक पुलिसकर्मी की वर्दी फाड़ दी और माथे पर डंडे से हमला किया। इसका एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि गांव वाले एक सुर में शोर मचाते हुए पुलिसकर्मियों को खदेड़ रहे हैं।
मंगलवार की दोपहर अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट और उसमें हुई मौत की घटना के बाद से लगातार सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए गांव वाले विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि पुलिस वाले अवैध कारखानों से वसूली कर गैरकानूनी तरीके से विस्फोटकों को एकत्रित करने में संरक्षण देते हैं। यह भी आरोप है कि अवैध कारखानों के बारे में कई बार पुलिस को शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पूर्व मेदिनीपुर के जिला पुलिस अधीक्षक के. अमरनाथ ने बताया है कि पुलिस कर्मियों पर हमले के मामले में अलग से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज देखकर हमलावरों की शिनाख्त की जाएगी।