देश-दुनिया के इतिहास में 18 मई की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। 1974 में 18 मई को ही भारत ने राजस्थान के पोखरण में अपना पहला परमाणु परीक्षण कर दुनिया के तमाम देशों को चकित कर दिया था।
इसे स्माइलिंग बुद्धा नाम दिया गया था। इससे पहले केवल पांच देशों ने ही परमाणु परीक्षण किया था। यह सभी देश संयुक्त राष्ट्र के स्थायी सदस्य थे। इसे बुद्ध जैसे शांतिप्रिय व्यक्तित्व का नाम देने की दो वजह थीं। एक तो उस दिन बुद्ध पूर्णिमा थी। दूसरा, भारत दुनिया को बताना चाहता था कि यह परीक्षण शांति के उद्देश्य से किया गया है।
साल 1998 में 11 और 13 मई को भारत ने फिर इसी जगह पर पांच और परमाणु परीक्षण किए। इसे पोखरण-2 नाम दिया गया। इसकी जिम्मेदारी अब्दुल कलाम के हाथों में थी। इस परीक्षण के सफल होने के बाद एक बार फिर भारत को तमाम तरह के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा।