कोलकाता : पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत एगरा में पटाखा कारखाने में विस्फोट में हुई 9 लोगों की मौत मामले में मुख्य अभियुक्त कारखाना मालिक कृष्ण पद बाग उर्फ भानु को ओडिशा के कटक से पकड़ा गया है। राज्य सीआईडी की विशेष टीम ने उसे गुरुवार तड़के गिरफ्तार किया। इसके साथ ही उसके बेटे को भी हिरासत में लिया गया है। बाप-बेटे दोनों वारदात के बाद से फरार थे।
उल्लेखनीय है कि एगरा के खादीकुल गांव में मंगलवार की दोपहर 12:30 बजे के करीब हुए ब्लास्ट में नौ लोगों की जान चली गई, जबकि सात अन्य लोग घायल हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर है, जिन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पता चला है कि भानु 40 से अधिक साल से पटाखा कारखाना चला रहा था। अभियुक्त भानु वाममोर्चा के शासन के दौरान माकपा और बाद में जब 2011 में ममता बनर्जी की सरकार आई तब तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गया। वह 2013 से 2018 तक तृणमूल कांग्रेस का पंचायत सदस्य भी था।
भाजपा ने कारखाने में विस्फोट की एनआईए जांच की मांग की है जबकि ममता बनर्जी ने सीआईडी जांच का आदेश दिया है। राज्य सीआईडी ने इस मामले में जो प्राथमिकी दर्ज की है उसमें एक्सप्लोसिव एक्ट की धारा नहीं लगाई है, जिसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
दरअसल एक्सप्लोसिव एक्ट की धारा लगने के बाद एनआईए स्वत: संज्ञान लेकर मामले की जांच अपने हाथ में ले सकती है। लेकिन आरोप लग रहे हैं कि अभियुक्त तृणमूल से जुड़ा हुआ है इसलिए उसे बचाने के साथ ही जांच को टालने के लिए जानबूझकर गंभीर धाराएं नहीं लगाई गई हैं।