कोलकाता : पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिला अंतर्गत बजबज के नंदरामपुर दासपाड़ा गांव में पटाखा कारखाने में रविवार रात हुए धमाके में तीन लोगों की मौत के बाद पुलिस अवैध पटाखा कारखानों और विस्फोटक एकत्रित करने वालों के खिलाफ सक्रिय हो गई है। रविवार रात से ही जिले के महेशतला और महेशतला थाना क्षेत्रों की कई जगहों पर पुलिस ने दबिश दी, जिसमें 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही 20 हजार किलो अवैध पटाखे जब्त गए हैं। इन पटाखों में चॉकलेट बम, तुबड़ी, रॉकेट, चरखा समेत अन्य प्रतिबंधित पटाखे शामिल हैं।
जिला पुलिस के सूत्रों ने सोमवार की दोपहर बताया कि डायमंड हार्बर जिला पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्क बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में रविवार की रात से सोमवार की सुबह तक छापेमारी अभियान चलाया गया है। हालांकि स्थानीय लोगों ने पुलिस के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। सोमवार सुबह से ही बजबज के जिस इलाके में ब्लास्ट हुआ है वहां एकजुट स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां तक कि मीडियाकर्मियों को भी घटनास्थल पर नहीं जाने दिया जा रहा।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस सबकुछ जानती है कि कहां पटाखे बनते हैं, कहां-कहां गैरकानूनी तरीके से विस्फोटक एकत्रित किए जाते हैं। इन कारखानों से पुलिस महीना वसूलती है और जब ब्लास्ट होते हैं, लोगों की मौत होती है तब ग्रामीणों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है।