कोलकाता : शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किए गए कालीघाट वाले काकू सुजय कृष्ण भद्र ने अवैध रूप से 70 लाख रुपये नगदी लिए थे। काकू ने पूछताछ में यह बात भी स्वीकार कर ली है। दरअसल वेल्थ यूजर्स प्राइवेट लिमिटेड, आर्काइव कंसलटेंसी और एसओ कंसल्टेंसी नाम की तीन कंपनियों का नियंत्रण काकू के हाथ में था। इनके निदेशकों ने पूछताछ में बताया है कि सारे फैसले काकू लेते थे। किससे कितने रुपये लेने हैं, क्यों लेने हैं, कहां भेजने हैं किसके जरिए भेजना है, यह सब कुछ काकू तय करते थे।
नियुक्ति भ्रष्टाचार के सिलसिले में रुपये की वसूली कर इस मामले में पहले से गिरफ्तार कुंतल घोष, शांतनु जो रुपये लाते थे उसे इन्हीं कंपनियों के अकाउंट के जरिए ब्लैक से व्हाइट कर लिया जाता था। कुंतल घोष के अकाउंट से पांच लाख रुपये काकू के अकाउंट में भेज गए थे जो दो दिन बाद वापस लौटाये गए थे। काकू ने कुंतल से रुपये क्यों लिए थे इस बारे में संतोषजनक जवाब भी नहीं दे पाए हैं। यह भी पता चला है कि 70 लाख रुपये नगदी काकू को दिए गए थे।