कोलकाता : पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल शुरू होते ही राज्य भर से हिंसा की खबरें आने लगी हैं। शनिवार को नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि बीरभूम जिले के लाभपुर में भाजपा उम्मीदवार को तृणमूल समर्थित अपराधी प्रवृत्ति के लोग नामांकन दाखिल नहीं करने दे रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट कर दावा किया है कि तृणमूल के लोगों ने भाजपा नेताओं को मारा-पीटा जिनमें कई लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।
इसके अलावा मुर्शिदाबाद के डोमकल में बीडीओ कार्यालय में तृणमूल के कब्जे और वहां नामांकन दाखिल करने पहुंचे माकपा कार्यकर्ताओं को मारने-पीटने की घटना का भी जिक्र उन्होंने किया। शुभेंदु ने अपने ट्वीट में लिखा है कि तृणमूल के नेता बंदूक लहराते हुए वीडियो में कैद हो रहे हैं और पास में पुलिस खड़ी तमाशबीन बनी हुई है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के उच्च न्यायालय के आदेश का स्पष्ट उल्लंघन हो रहा है। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर पुलिस जानबूझकर लाठी चला रही जबकि हिंसा हंगामा करने वाले तृणमूल कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
शुभेंदु ने अपने ट्वीट में आरोप लगाते हुए लिखा है कि ममता बनर्जी इस बात से डरी हुई हैं कि अगर भाजपा उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर लेंगे तो उन्हें भारी राजनीतिक नुकसान होगा। इसलिए पुलिस को आदेश दिया है कि पूरे राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसा कर गिरफ्तार करें ताकि वे चुनावी प्रक्रिया में शामिल ना हो सकें।