कोलकाता : पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारी लगातार नए साक्ष्य हासिल करने में जुटे हुए हैं। अब सीबीआई के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया है कि हाल के दिनों में राज्य की जिन 14 नगर पालिकाओं में छापेमारी की गई थी उनमें से 18 से 20 हजार पन्नों के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इनमें से चार नगर पालिकाओं के दस्तावेजों में करीब 1000 ओएमआर शीट है। नियमानुसार ये ओएमआर शीट नगर पालिकाओं में होना नहीं चाहिए। ऐसे में इन्हें नगर पालिकाओं में क्यों रखा गया था और इसके पीछे कौन लोग थे इसकी जांच में सीबीआई की टीम जुट गई है।
केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि जिन लोगों के ओएमआर शीट बरामद हुए हैं उनके नाम की एक सूची बनाई गई है। उनसे एक-एक कर पूछताछ की शुरुआत की जाएगी। सारे ऐसे लोग हैं जो नगरपालिका में फिलहाल नियुक्त हैं और नौकरी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए तृणमूल कांग्रेस के निष्कासित नेता अयन शील के यहां से नगर पालिकाओं में नियुक्ति से संबंधित ओएमआर शीट बरामद हुए थे। वह प्रमोटर है। पता चला था कि उसने न केवल शिक्षक बल्कि नगरपालिका और राज्य के अन्य सरकारी नौकरियों में भी रुपए के एवज में नियुक्तियां करवाई थी। इस सिलसिले में हाई कोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय एजेंसी जांच कर रही है।