मुंबई: महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला है, जहां अजित पवार ने शिंदे-बीजेपी सरकार में शामिल होने के बाद डेप्युटी सीएम पद की शपथ ले ली है। यह सब कुछ इतनी तेजी से हुआ, जिसको लेकर माना जा रहा है कि यह अजित पवार की बड़ी प्लानिंग का हिस्सा था। बीते कई दिनों से अजित पवार समेत एनसीपी विधायकों का एक बड़ा धड़ा शरद पवार से नाराज चल रहा था। इसके चलते महाराष्ट्र की सियासत में सुपर संडे के दिन अजित ने विधायकों की अपने घर पर बैठक बुलाई थी। इसके बाद 53 में से 30 विधायकों का बड़ा समर्थन रखने वाले अजित राजभवन पहुंच गए। इसके साथ ही सीएम शिंदे और देवेंद्र फडणवीस भी राजभवन पहुंचे और फिर 9 मंत्रियों समेत अजित पवार ने डेप्युटी सीएम पद की शपथ ले ली।
सूत्रों की माने तो अजित पवार डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। वहीं शरद पवार ने कहा कि शरद कहा है कि इस शपथ समारोह को उनका समर्थन नहीं है। अजित पवार के साथ तकरीबन 30 विधायकों के समर्थन का दावा किया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि शरद पवार के करीबी प्रफुल पटेल, दिलीप वलसे पाटिल, छगन भुजबल भी राजभवन में मौजूद थे।