कोलकाता : हिंसा, अशांति और खून-खराबे के आरोपों के बीच पंचायत चुनाव में भाजपा में अपने प्रदर्शन पर रविवार को मंथन करने जा रही है। भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले उत्तर बंगाल में ज्यादातर जगहों पर तृणमूल का कब्जा है। ऐसे में बंगाल भाजपा नेतृत्व पंचायत चुनाव के बाद आपात बैठक कर रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा अगले रविवार को यह बैठक करने जा रही है।
बैठक में पंचायत चुनाव के नतीजों की सारी बारीकियों पर विस्तृत विश्लेषण होगा। केंद्रीय नेतृत्व उन सभी पहलुओं पर चर्चा और समीक्षा करेगा जहां सफलता मिली है और जहां पिछड़ना पड़ा है। बैठक में सुनील बंसल, मंगल पांडे, अमित मालवीय मौजूद रहेंगे। उस बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों और मोर्चा अध्यक्षों को भी मौजूद रहने को कहा गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पंचायत नतीजों को लेकर बंगाल भाजपा के अंदर फिलहाल दो अलग-अलग राय है। नेताओं का एक वर्ग पंचायत नतीजों को बड़ी सफलता मान रहा है।
आंकड़े बताते हैं कि 2018 के पंचायत चुनाव की तुलना में भाजपा को चार फीसदी ज्यादा वोट मिले हैं। लेकिन 2018 के बाद से बंगाल में दो बड़े चुनाव हुए हैं। 2019 का लोकसभा और 2021 का विधानसभा। भाजपा दोनों में काफी हद तक सफल रही है। लेकिन इस चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिलने से पार्टी के अंदरखाने भी सवाल खड़े हो रहे हैं।