कोलकाता : पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में पंचायत चुनाव बीतने के बाद भी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को क्षेत्र में जा रहे स्थानीय विधायक नौशाद सिद्दीकी को पुलिस ने राजारहाट में ही रोक दिया।
आठ जून को चुनाव की घोषणा के बाद से ही लगातार हिंसा की चपेट में रहे क्षेत्र में मतदान वाले दिन यानी आठ जुलाई और मतगणना वाले दिन 11 जुलाई को भारी हिंसा हुई थी जिसमें कम से कम पांच लोगों के मारे जाने के दावे किए जा रहे हैं। हिंसा के बाद पूरे इलाके में धारा 144 लगाई गई है।
आरोप है कि गुरुवार रात पुलिस ने इलाके के आईएसएफ कार्यकर्ताओं को मारा-पीटा और परेशान किया है। इसके बाद सुबह 10 बजे के करीब नौशाद अपने विधानसभा क्षेत्र जाने के लिए घर से निकले थे।
सुबह 10:15 बजे के करीब राजारहाट में पुलिस अधिकारी इंदिरा मुखर्जी ने उन्हें रोक दिया। भांगड़ के पहले यहां नाका चेकिंग पॉइंट बनाया गया है। इंदिरा ने स्पष्ट कर दिया कि नौशाद को भांगड़ में जाने की अनुमति नहीं है। इसे लेकर उन्होंने कहा कि भांगड़ में तृणमूल नेता शौकत मौल्ला और अन्य अपराधी सरेआम घूम कर हिंसा भड़का रहे हैं। लेकिन पुलिस उन्हें योजनाबद्ध तरीके से रोक रही है, कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है। हर हाल में वहां पहुंचूंगा।