कोलकाता : भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को दिल्ली बुलाया है। इससे पहले पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन को लेकर गत रविवार को हुई मंथन बैठक में इन दोनों भाजपा नेताओं के बीच तू-तू मैं-मैं की स्थिति बन गई थी।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि दोनों को दिल्ली बुलाए जाने के दो मकसद हैं। पहला बंगाल में माकपा, कांग्रेस और तृणमूल में सियासी कुश्ती के बावजूद बेंगलुरु में इन पार्टियों का एक होना। दूसरा गत रविवार को जब पार्टी की मंथन बैठक हुई तो केंद्रीय प्रभारी सुनील बंसल और मंगल पांडे की मौजूदगी में दोनों नेता एक-दूसरे से भिड़ गए थे। दिलीप घोष ने सवाल खड़ा किया था कि जिन सीटों पर पार्टी अतीत में मजबूत रही थी वहां भी प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। मंगल पांडे और सुनील बंसल ने इसकी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को दी है।
खबर है कि तमाम मुद्दों पर बातचीत के लिए दोनों नेताओं को बुलाया गया है। इसके अलावा बंगाल में इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश अध्यक्ष को बदला जा सकता है। दोबारा दिलीप घोष को जिम्मेदारी दी जाएगी या किसी और को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा, इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है।