कोलकाता : पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान राज्य भर में हुई व्यापक हिंसा के खिलाफ बुधवार को पुलिस की अनुमति के बगैर भारतीय जनता पार्टी सड़कों पर उतरी है। मुरलीधर सेन लेन स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय से धर्मतल्ला के वाई चैनल तक पार्टी ने रैली निकाली जिसमें हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। खास बात यह है कि इस रैली में एकजुटता का संदेश देते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मजूमदार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी तीनों शामिल हुए।
रैली से शुभेंदु ने घोषणा की कि 21 जुलाई को तृणमूल कांग्रेस शहीद दिवस के तौर पर मनाती है लेकिन उन शहीदों से तृणमूल का कोई लेना-देना नहीं है। यह लोगों को बेवकूफ बनाने का काम है। उन्होंने कहा कि उसी दिन यानी 21 जुलाई को ही राज्य के प्रत्येक ब्लॉक में पार्टी कार्यकर्ता रैली निकालेंगे। उस दिन बीडीओ दफ्तर का घेराव किया जाएगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी राज्य भर के सभी बीडीओ को चेतावनी देते हुए कहा कि पंचायत चुनाव लूटने और धांधली में बीडीओ ने हर जगह मदद की है। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से पक्षपात वाला आचरण बीडीओ का रहेगा तो प्रत्येक बीडीओ को अस्वस्थ करके अस्पताल में भर्ती करने की जिम्मेवारी भाजपा लेगी।
दोपहर 12:30 बजे के करीब भाजपा की रैली शुरू हुई। चारों तरफ से सैकड़ों कार्यकर्ता अलग-अलग रैलियों के जरिए मूल रैली में जुड़ रहे थे जिसकी वजह से पूरा उत्तर और मध्य कोलकाता जाम हो गया था। तीन बजे तक रैली चली जिसकी वजह से भारी जाम की स्थिति बनी रही। यहां दिलीप घोष ने भी संबोधन करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के प्रशासन ने पूरे राज्य में जंगलराज कायम किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं को मारा-पीटा जा रहा है विपक्ष का अधिकार छीन लिया गया है। हम लोग कमजोर नहीं हैं। इंच-इंच पर इसका जवाब देंगे।