-केंद्रीय मंत्री ईरानी ने एन. बीरेन सिंह से फोन पर की बात, सीएम बोले चल रही जांच
-विपक्ष के नेताओं ने की कार्रवाई की मांग
नयी दिल्ली : मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना का एक वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इस मामले के मुख्य अभियुक्तों में से एक को पुलिस ने गुरुवार की सुबह गिरफ्तार किया है। अभियुक्त का नाम खुएरेम हेरोदास है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद तमाम विपक्षी पार्टियों ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। इस बीच केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए इसे अमानवीय करार दिया है। साथ ही कहा है कि मामले में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से बात हुई है, उन्होंने अपराधियों को कटघरे में लाने का आश्वासन दिया है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार (19 जुलाई) को देर रात ट्वीट कर वायरल वीडियो को निंदनीय बताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ”मणिपुर से आया दो महिलाओं पर यौन हिंसा का भयावह वीडियो निंदनीय और सर्वथा अमानवीय है। सीएम एन. बीरेन सिंह जी से बात की है, जिन्होंने मुझे बताया है कि जांच अभी चल रही है और आश्वासन दिया कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”
दूसरी ओर, बुधवार देर शाम जैसे ही उक्त वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, कई विपक्षी पार्टी के नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है। जब मणिपुर में भारत के विचार पर हमला किया जा रहा है तो इंडिया चुप नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि वो मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं। शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि मणिपुर से आ रही महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। महिलाओं के साथ घटी इस भयावह हिंसा की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। समाज में हिंसा का सबसे ज्यादा दंश महिलाओं और बच्चों को झेलना पड़ता है। हम सभी को मणिपुर में शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए हिंसा की एकस्वर में निंदा करनी पड़ेगी। उन्होंने आगे लिखा कि केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री जी आखिर मणिपुर की हिंसक घटनाओं पर आंख मूंद कर क्यों बैठे हैं? क्या इस तरह की तस्वीरें और हिंसक घटनाएं उन्हें विचलित नहीं करतीं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवा ने भी ट्वीट कर केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि मणिपुर की वारदात बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। भारतीय समाज में इस तरह की घिनौनी हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकती। मणिपुर के हालात बेहद चिंताजनक बनते जा रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री जी से अपील करता हूं कि वे मणिपुर के हालातों पर ध्यान दें। इस वारदात की वीडियो में दिख रहे दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। भारत में ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
वायरल वीडियो के मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की ओर से ट्विटर पर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया गया है। टीएमसी की ओर से कहा गया है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री इस मामले पर अब तक चुप क्यों हैं? अगर हम मणिपुर की महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित नहीं कर सकते तो भाजपा के नारी शक्ति के सभी दावे खोखले हैं। एक बार फिर, हम पीएम से विनती करते हैं कि वो अपनी 78 दिन की चुप्पी तोड़ें और मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हों।