कोलकाता : शहीद दिवस के मंच पर संबोधन करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हावड़ा के मंगलाहाट पहुंची हैं जहां गुरुवार रात भीषण आग में जलकर कपड़े की कई दुकानें खाक हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने वहीं से घटना की सीआईडी जांच के भी आदेश दिए हैं।
व्यवसायियों के एक समूह ने मंगलाहाट अग्निकांड में साजिश की शिकायत शुरू कर दी है। उनका दावा है कि यह आग योजनाबद्ध तरीके से लगाई गई है। इसका उद्देश्य मंगलहाट से व्यापारियों को वहां से हटाना है। गुरुवार रात करीब 12:30 बजे आग लगने के बाद शुक्रवार सुबह बाजार की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे राज्य के सहकारिता मंत्री अरूप रॉय को व्यापारियों के एक वर्ग के गुस्से का सामना करना पड़ा।
मंत्री ने कहा कि अगर कोई शिकायत है तो पुलिस इसकी जांच करेगी। दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। बाद में ममता बाजार आईं और प्रभावित व्यापारियों से बात की। उनकी बातें सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की जांच सीआइडी करेगी। अग्निशमन विभाग भी रिपोर्ट देगा। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार गुरुवार देर रात मंगलाहाट में आग लग गयी। झोपड़ीनुमा दुकानें बांस और लकड़ी से बनी होने के कारण आग तेजी से फैली। आग करीब पांच हजार वर्ग फीट क्षेत्र में फैल गई थी। अग्निशमन विभाग के मुताबिक, 12 गाड़ियों को मौके पर लाया गया और करीब सात घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है।
मंगलाहाट एसोसिएशन के संयुक्त सचिव सागर जयसवाल ने कहा, ”पुलिस प्रशासन को बार-बार बताया गया है कि मंगलाहाट में किसी भी दिन कुछ बड़ा हो सकता है। हम 2004 से शिकायत कर रहे हैं लेकिन यहां कोई सुरक्षा नहीं रहती। इस मार्केट में 1987 में आग लग गई थी और अब ऐसा फिर हुआ। करीब ढाई हजार दुकानें जलकर खाक हो गयीं।
मंगलाहाट संग्राम ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव दिलीप दत्त ने शिकायत करते हुए कहा, ”साजिश रचकर इस बाजार में आग लगायी गयी है। यह आग व्यापारियों को बेदखल करने के लिए लगाई गई है। लेकिन हम लड़ना जारी रखेंगे।”
दिलीप का दावा है कि इस आग के पीछे शांतिरंजन डे नाम के कारोबारी का हाथ है। उन्होंने कहा कि शांतिरंजन डे ने बाज़ार का मालिक होने का दावा किया है। उसी ने साजिश रचकर आग लगायी।व्यवसायियों ने शांतिरंजन की गिरफ्तारी की मांग की हालांकि, शांतिरंजन ने सभी आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि बाजार को लेकर बहुत सारे मुकदमे चल रहे हैं। लेकिन मुझे नहीं पता कि आग कैसे लगी।
राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बसु भी घटनास्थल पर गये। उन्होंने कहा किआग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम आएगी। पूरी रिपोर्ट भेज दी गई है। इसके बाद मंत्री अरूप ने कहा कि हम इस बारे में जिलाधिकारी से बात करेंगे।