मथुरापुर : पंचाशायर अपहरण कांड में रविवार को नया मोड़ आ गया। घर लौटने के बाद अपहृतों ने पूरी कहानी बताई। अपहृतों ने एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस पर विस्फोटक आरोप लगाए। उनका कहना था कि गन प्वाइंट पर गेस्ट हाउस से उनका अपहरण कर लिया गया था। उनका पहला वीडियो संदेश उनसे दबाव में बनवाया गया था। यह भी आरोप है कि एक गुप्त कमरे में उनसे एक सफेद कागज पर हस्ताक्षर करवाए गए।
दरअसल पंचायत चुनाव जीतने वाले भाजपा के तीन उम्मीदवारों और सीपीएम समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार के अपहरण का आरोप तृणमूल कांग्रेस के गुंडों पर लगा था।
इस घटना को लेकर सीपीआईएम नेता कांति गंगोपाध्याय ने पहले ही पंचशायर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी। हालांकि इसी बीच पंचशायर थाने में एक ‘पत्र’ आया कि चारों विजयी उम्मीदवारों का अपहरण नहीं हुआ है बल्कि वे अपनी इच्छा से बाहर गए हैं। हालांकि अब चारों विजयी उम्मीदवारों ने यह दावा किया है कि उनका अपहरण किया गया था।
रविवार सुबह कृष्णचंद्रपुर के अंधमुनिताला गांव के बूथ नंबर 56 की बीजेपी उम्मीदवार पूजा चंटूई के घर अन्य तीन विजयी उम्मीदवारों को देखा गया। विजयी उम्मीदवारों ने बताया कि गत 27 तारीख की रात वे कोलकाता के एक गेस्ट हाउस में खाना खा रहे थे। अभी खाना-पीना ख़त्म नहीं हुआ था। उसी समय तृणमूल के कुछ बदमाश कार लेकर आये। पहले तो उन्हें समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है। अचानक वह उन्हें विभिन्न हथियार दिखाकर वहां से ले गये और जबरदस्ती कार में डाला। स्टार्ट होने के 10 मिनट बाद कार एक जगह रूकी। वहां उन्होंने देखा कि उनके प्रधान बापी हलदर वहां खड़े थे। कार रोकी गई और विजयी उम्मीदवारों को एक नदी के पार ले जाया गया। वहां एक फ्लैट है उसी में उन्हें रखा गया था।