देश-दुनिया के इतिहास में 09 अगस्त की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। सत्तर के दशक की इस तारीख का महत्व भारत-रूस के संबंधों के लिए खास है।
यह वह समय था, जब भारत के खिलाफ अमेरिका, पाकिस्तान और चीन का गठबंधन मजबूत होता जा रहा था और तीन दिशाओं से घिरे भारत की सुरक्षा को गंभीर खतरा महसूस होने लगा था।
ऐसे में तत्कालीन सोवियत विदेश मंत्री अंद्रेई ग्रोमिको भारत आए और 1971 को 09 अगस्त को उन्होंने भारत के तत्कालीन विदेश मंत्री सरदार स्वर्ण सिंह के साथ सोवियत-भारत शांति, मैत्री और सहयोग संधि पर हस्ताक्षर किए। यह संधि को दोनों देशों के दोस्ताना संबंधों में मील का पत्थर कहा जाता है।