नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने बुधवार को कांग्रेस के शासनकाल में महिलाओं के साथ हुए अत्याचारों की जिक्र करते हुए कहा कि औरत के बलात्कार के विषय पर हंसने वाले और भारत माता की हत्या की बात करने पर मेज थपथपाने वाले अपना असली लक्षण दिखा रहे हैं।
विपक्ष की ओर से पेश अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कश्मीर पंडितों की हत्या, 84 के सिख विरोधी दंगों और कांग्रेस व अन्य गैर भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं की स्थिति पर अपनी बात रखी। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अविश्वास प्रस्ताव पर भाषण के बाद अपनी बात रखी। उन्होंने राहुल गांधी को सीधे निशाना बनाया और कहा कि वे देशभक्ति की बात करते हैं और विदेशों में जाकर देश की छवि खराब करते हैं। उन्होंने कहा कि विदेश यात्रा के दौरान वे उन लोगों से मिलते हैं जो देश के खिलाफ साजिशें कर रहे हैं।
कश्मीर का उल्लेख करते हुए स्मृति इरानी ने कहा कि इनकी भारत जोड़ो यात्रा में धारा 370 वापिस लिए जाने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि 370 धारा के कारण ही कश्मीर की महिलाओं को उनका जायज हक नहीं मिला। वहीं तीन तलाक विधेयक में वोट बैंक की राजनीति के कारण सदन की कार्यवाही को त्याग दिया।
स्मृति इरानी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का इतिहास खून से सना हुआ है। वे मणिपुर पर चर्चा से भाग रहे हैं जबकि सरकार शुरू से ही इसके लिए तैयार है। इन्हें डर है कि मणिपुर पर चर्चा होगी तो इनकी परतें खुल जाएंगी।
ईरानी ने कहा कि 2005 की रिपोर्ट में कहा गया था कि खुले में शौच महिलाओं के साथ बलात्कार का कारण बन रहा है। इसके बावजूद इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया। मोदी सरकार के आने पर देश में 11 करोड़ शौचालय बनाए गए।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में अडानी का जिक्र किया था और वे अक्सर प्रधानमंत्री पर इसको लेकर निशाना साधते रहते हैं। इस मुद्दे पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन काल में अडानी को हजारों करोड़ का लोन दिया। वर्तमान में राज्यों की कांग्रेस सरकारें अपने यहां उद्योग के लिए जमीन और धन मुहैया करा रही हैं।
अमेठी से सांसद स्मृति इरानी ने स्थानीय मुद्दों को लेकर भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी पार्टी पर निशाना साधा। अमेठी से पूर्व सांसद पर स्थानीय लोगों के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने उनके क्षेत्र को कई सौगात दी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी मुस्लिम लीग को सेक्युलर कहते हैं जबकि मुस्लिम लीग 1980 में हुए मुरादाबाद में हुए दंगों में उसका सीधा हाथ सामने आया है।