कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय में बांग्ला विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र की छत से गिरकर मौत मामले में आखिरकार सारी कड़ियां जुड़ने लगी हैं। पुलिस पूछताछ में विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने स्वीकार किया है कि उस दिन छात्र निर्वस्त्र हालत में छत से नीचे गिरा था। इससे स्पष्ट हो गया है कि उसके कपड़े उतार कर उसके साथ कुछ गलत किया गया था।
पुलिस के सूत्र ने बताया है कि विश्वविद्यालय में फाइनल ईयर के छात्र ने पूछताछ में इस बात का खुलासा किया है। पहले उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने यह बताया कि विश्वविद्यालय में रैगिंग नहीं होती। लेकिन चार-पांच सवालों के बाद ही वह हकीकत बयां करने लगा।
उसने बताया कि नौ अगस्त की रात हॉस्टल से छात्र निर्वस्त्र हालत में छत से नीचे गिरा था। उसके बाद इस मामले में गिरफ्तार किया गया पूर्व छात्र सौरभ चौधरी सहित अन्य ने जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाई थी। उसमें इस बात की योजना बनाई गई थी कि पुलिस को क्या कुछ बयान देना है। उसी छात्र ने बताया कि पहले जनरल बॉडी मीटिंग रात 2:00 बजे हुई। वहां छात्रों ने पूछा था कि छात्र निर्वस्त्र हालत में छत से नीचे क्यों गिरा था। इसके बाद सौरभ चौधरी और अन्य ने कहा कि छात्र बहुत डर गया था। वह असामान्य आचरण कर रहा था। वह कह रहा था कि वह गे नहीं है। उसने अपनी गर्लफ्रेंड का भी नाम बताया था। फिर यह पूछा गया था कि आखिर ऐसा कुछ कहने की जरूरत क्यों पड़ी? जाहिर सी बात है उसके साथ कुछ अप्राकृतिक किया जा रहा था। इसके बाद सौरभ और अन्य सीनियर्स ने कहा था कि ज्यादा टेंशन मत लो। पुलिस को कुछ नहीं बताना है।
उसने पुलिस को यह भी बताया है कि विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहने के लिए प्रति महीने केवल 25 रुपये लगते हैं और मेष में खाना खाने के लिए दो हजार से ₹2200 रुपये। लेकिन नए छात्र जो हॉस्टल में गेस्ट या अतिथि के तौर पर रहते हैं उनसे हजार से ₹1200 रुपये अतिरिक्त वसूले जाते हैं। इसके लिए कहा जाता है कि बिजली बिल और अन्य खर्च के लिए रुपये लिए जा रहे हैं। लेकिन हकीकत में इसी अतिरिक्त खर्च से गांजा, चरस, अफीम और दारू की पार्टी होती है। यह भी पता चला है कि अतिरिक्त रुपये राजनीतिक पार्टियों के फंड में भी जमा किया जाता है।