कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय में बांग्ला विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नदीप कुंडू की मौत मामले में पुलिस को रोज ही नई जानकारियां मिल रही हैं। अब पता चला है कि छात्र को जब निर्वस्त्र कर घुमाया गया और वह चौथी मंजिल से नीचे गिरकर लहूलुहान हालत में आखिरी सांसें गिन रहा था तब उसे अस्पताल पहुंचाने के बजाय रैगिंग के आरोपित छात्रों ने उसी हालत में छोड़कर जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाई और इस बात की रणनीति बनाने लगे कि पुलिस से क्या कहना है।
इस मामले में गिरफ्तार पूर्व छात्र सौरभ चौधरी सहित 12 छात्रों और अन्य ने मिलकर इस बात की रणनीति बनाई की पुलिस को अपने बयान में क्या कहना है। खुद कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने इस मामले में गिरफ्तार पूर्व छात्र सौरभ चौधरी से पूछताछ की थी। उसके बाद से लगातार अन्य गिरफ्तार लोगों से पूछताछ हो रही है।
जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में एक पूर्व छात्र का नाम उजागर हुआ है जिसका नाम है जयदीप घोष। नौ अगस्त की रात 11:45 पर उसके फोन पर विश्वविद्यालय हॉस्टल से फोन गया था और स्वप्नदीप के छत से गिरे होने की जानकारी दी थी। उसके बाद वह भागा भागा हॉस्टल के अंदर पहुंचा था और दरबान को निर्देश दिया था कि गेट तब तक बंद रखना जब तक कि हमलोग तुम्हें खोलने के लिए ना कहें। पुलिस भी अंदर नहीं आ सके।
उसके बाद जनरल बॉडी की मीटिंग हुई और तब जाकर छात्र को अस्पताल पहुंचाया गया। पता चला है कि छात्र के साथ जब रैगिंग हो रही थी तभी इस बात का अंदाजा लग गया था कि मामला तूल पकड़ने वाला है। इसलिए तुरंत जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाई गई थी। इसलिए छात्र चौथे तल से गिरकर पहले तल पर छटपटा रहा था लेकिन रैगिंग करने वाले बैठक कर यह रणनीति बनाते रहे कि उन्हें पुलिस को क्या बयान देना है।